आज आप जानेंगे कि EC क्या होता है तथा EC का Full Form क्या होता है (EC Full Form in Hindi) अक्सर हमे EC के बारे सुनने को मिलता है लेकिन हमे इसके बारे में पूरी अच्छी जानकारी नही होती है। इसलिए जानकारी लेने के लिए गूगल का सहारा लेते है EC के बारे आपको जानकारी होनी चाहिए।
क्योंकि किसी भी जायदाद के ऊपर लिए गए जो कर्ज, लेन देन या धोखाधड़ी से बचने के लिए EC के बारे में जानना बहुत जरूरी हो जाता है उसी के सुरक्षा के लिए एक Document बनाया जाता है। जिसकी जरूरत लेनदेन के समय मांग की जाती है।
अगर आप इसके जानना चाहते है तो आप बिलकुल सही जगह पर आए है इस पोस्ट में EC के बारे सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है जैसे, EC क्या होता है, EC Full Form क्या होता है, EC Certificate कैसे बनाये आदि।
EC क्या होता है? – EC in Hindi
किसी भी प्रोपर्टी को खरीदने या बेचने के वक्त EC दास्तावेज का अहम रोल होता है यह 7 सात पेज का डोकोमेंट होता है जिसमे जायदाद के असली मालिक का पूरा विवरण होता है साथ ही प्रोपर्टी की कितनी बार Transaction हुआ है इसका पूरा डिटेल्स इस दास्तवेज में दिया रहता है।
इतना ही नही बल्कि प्रोपर्टी से किसी भी प्रकार का धोखा धड़ी से बचाव रखता है। EC सर्टीफिकेट आपकी प्रोपर्टी के लिए बहुत ही मत्वपूर्ण दास्तवेज माना जाता है।
अगर सरल शब्दों में बताये तो किसी भी संपत्ति या जमीन के खरीद बिक्री किसी लेनदेन या बंधक की उपस्थिति का सबूत देने के लिए एक विशेष समय के लिए मांगा गया प्रमाण पत्र होता है। इस डोकोमेंट में आपके जमीन का पूरा डिटेल्स दिया गया होता है जिससे आपके प्रोपर्टी का सुरक्षा होता है।
What is EC Full Form in Hindi
EC का फुल फॉर्म “Encumbrance Certificate” जिसका हिंदी मतलब भार दस्तावेज होता है जिसका अर्थ है कि जब किसी प्रोपर्टी को गिरवी रखकर लोन या कर्ज लिया जाता है तब इस दास्तवेज को गिरवी के रूप में रखा जाता है।
EC Full Form – Encumbrance Certificate
उस वक्त जितनी भी उस प्रोपर्टी लेनदेन हुआ है उसके लिए एक शुल्क रखा जाता है जिसे इनकंब्रेंस कहा जाता है इस इनकंब्रेंस दास्तवेज पर सम्पति से जुड़ी सभी प्रकार के रजिस्टर या लेनदेन इस दास्तवेज मे शामिल किया जाता है इसी कारण इस दास्तवेज कि मांग की जाती है।
EC Full Form अन्य क्षेत्र में
प्रोपर्टी के क्षेत्र के इसी का फुल फ़ॉर्म आप जान गए होंगे लेकिन अब अन्य क्षेत्र में जैसे, politics, college, instagram, medical आदि EC Full Form के बारे में जानेंगे इसे जानने के लिए आप नीचे देख सकते है।
EC Full Form In Medical
Enzyme Commission, Ethyl Carbonate
Full Form In instagram
Editing Courtesy
Full Form In college
Electronics and Communication
Full Form In land
Encumbrance Certificate
Full Form In Politics
Election Commission
EC का महत्व
EC का महत्व हर क्षेत्र में है लेकिन प्रॉपटी क्षेत्र में इसी का महत्व कुछ ज्यादा ही है इसके महत्व के बारे में नीचे बताया गया है।
- किसी भी संपत्ति या जमीन को बेचने-खरीदने के लिए EC दास्तवेज का अहम रोल होता है।
- अगर आप अपने प्रोपर्टी को गिरवी रखकर किसी भी बैंक से लोन लेना चाहते है तो बैंक आपसे EC Certificate मांगता है।
- यह दास्तवेज धोका-धड़ी में सहायक होता है आपके प्रॉपटी के मालिक होने का सबूत EC “इनकंब्रेंस सर्टिफिकेट” दास्तवेज देता है इसमे संपत्ति के असली मालिक के बारे में जानकारी दिया होता है।
- इस सर्टीफिकेट में 10-12 वर्ष या 30 वर्षो का प्रोपर्टी ट्रान्जेक्शन जैसे- 10 या 15 साल पहले इस प्रोपर्टी का मालिक कौन थे इसके बारे जानकारी मिल जाती है
- EC Certificate से आपको पता चल जाता है कि इस प्रोपर्टी पर किसी भी प्रकार का Claims, Leases, Mortgage जैसी बात तो नही है।
EC Certificate कैसे बनवाये?
अगर आपके पास इसी दास्तवेज नही है और आप बनवाना चाहते है तो आपको उस जगह के रजिस्ट्रार के पास जाना है जहां जिस एरिया में आपके जमीन रजिस्टर है। उसके बाद कि प्रक्रिया निचे स्टेप बाई स्टेप बताया गया है।
- अपने क्षेत्र के रजिस्ट्रार के पास जाकर आपको एक ऍप्लिकेशन फॉर्म भरना होगा।
- फॉर्म को भरने के लिए आपको कुछ दास्तवेज की जरूरत पड़ेगी जैसे आपका आधार कार्ड, घर के पते की फोटो कॉपी, प्रॉपर्टी का विवरण आदि फॉर्म को अच्छी तरह से भरने के बाद फॉर्म जमा कर दे इसके लिए आपको कुछ पैसे भी देने होंगे।
- अब 25-30 दिनों के बाद प्रॉपर्टी रिकॉर्ड चेक करने के बाद आपको EC दास्तवेज दिया जाएगा।
चुनाव आयोग के EC का मतलब
भारतीय संविधान के मुताबिक चुनाव आयोग की स्थापना 25 जनवरी, 1950 को हुई थी चुनाव आयोग में EC का पूरा नाम Election Commission जिसका हिन्दी मतलब चुनाव आयोग या निर्वाचन आयोग होता है। भारतीय संविधान के पार्ट-15 अर्थात आर्टिकल 324 और 329 में चुनाव आयोग के बारे में बताया गया है की भारत में स्वतंत्र चुनाव आयोग “Election Commission” होगा जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएगा।
इसके अलावा राज्यसभा और लोकसभा स्टेट असेंबली यानी विधानसभा राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की चुनाव की प्रक्रिया Election Commission यानी चुनाव आयोग कराएगा।
चुनाव आयोग के कार्य
आप चुनाव आयोग के बारे में जान गए होंगे। आइये अब जानते है कि चुनाव आयोग के कार्य क्या है इसके बारे नीचे बताया गया है।
- चुनाव आयोग का सबसे अहम कार्य होता है कि बिना किसी पार्टी के पक्क्ष यानी निष्पक्ष चुनावी कार्यो को करवाना होता है।
- चुनाव आयोग का कार्य मतदान केंद्र के स्थान को decide करना यानी चुनाव किस स्थान पर होगा उसे सुनिश्चित करना होता है।
- लोकसभा, राज्यसभा, राज्य विधानसभाओं, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव के संबंधी सम्पूर्ण प्रक्रिया चुनाव आयोग का ही कार्य है।
- मतगणना केंद्रों में चुनाव से जुड़ी जरूरी चीजों का व्यवस्था करना होता है।
- राजनीतिक दलों को चुनाव चिन्ह प्रदान करना और मान्यता प्रदान करना चुनाव आयोग का कार्य है।
- मतदाताओं को चुनाव प्रणाली के प्रति विश्वास बढ़ाना जिससे मतदाता वोट देने के लिए जागरूक हो सकें।