
दोस्तो क्या आपको मालूम है कि CO Full Form क्या होता है? और CO कैसे बने? अगर नही तो इस पोस्ट को अंत तक पढ़े इसमे आपको सीओ के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी। प्रत्येक अंचल में एक सीओ का पद निर्धारित होता है क्योंकि इसके द्वारा अपने क्षेत्र का नियत्रंण रखा जाता है।
आपको मालूम ही होगा कि भारतीय पुलिस विभाग में भी CO का पद होता है जिसके द्वारा निर्धारित क्षेत्रों में अच्छी कानून व्यवस्था बनाए रखा जाता है। अगर आप एक छात्र है और अक्सर आप सरकारी परीक्षाओं में भाग लेते रहते है।
तो इस पोस्ट आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है क्योंकि CO यानी अंचल अधिकारी क्या होते है। इसके बारे में ज्यादेतर प्रश्न परिक्षओ में पूछे जाते है। सीओ के बारे में हमे सभी जगहों अक्सर सुनने को मिलता है।
हर साल सीओ बनने के लिए लाखों लोग तैयारी करते है लेकिन बहुत लोगो के ये पता नही होता है कि CO कैसे बने और CO Full Form क्या होता है लेकिन आज के पोस्ट में जानेंगे कि सीओ क्या होता है और ये कैसे कार्य करता है ये सब जानने के लिए आपको पोस्ट को अंत तक पढे।
CO कौन होता है? – CO Meaning in Hindi
किसी भी क्षेत्र में कानूनी प्रशासन या जमीनी विवाद को सुलझाने के लिए सीओ नियुक्त किया जाता है। सीओ का पद काफी ऊंचा पद होता है। सीओ को बहुत से लोग अंचल अधिकारी के नाम से भी जानते है सीओ का कार्य अपने क्षेत्र में कानूनी व्यवस्था को अच्छा करने का होता है।
भारत के बहुत से ऐसे राज्य है जहां एक ही रैंक की अधिकारी को पुलिस उपाधीक्षक नियुक्त किया जाता है सीओ का पद ज्यादातर राज्य सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है और इस पद को पुलिस प्रशासन के बीच रहकर कार्य करता है बहुत से विभागों में सीओ का पद अलग-अलग कार्य करता है।
जैसे अगर राजस्व विभाग में सीओ का पद होता है तो यह पद भूमि सुधार विभाग के तरह कार्य करता है इसका पद group-b पद माना जाता है सीओ पूरे दिन कार्य करता है।
अगर राज्य सरकार द्वारा कोई जरूरी कार्य है तो रात में भी उस कार्य को करना पड़ सकता है। सीओ एक सतर्क और बुद्धिमान अधिकारी होता है।
CO Full Form in Hindi
CO का फुल फॉर्म “Circle Officer” होता है जिसे हिंदी में “अनुमंडल पदाधिकारी” या “अंचल अधिकारी” के नाम से जानते है सीओ पद ज्यादेतर राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है और उनके लिए एक क्षेत्र निरतरण के लिए दिए जाते है।
CO FULL FORM – CIRCLE OFFICER होता है.
किसी भी प्रशानिक क्षेत्र में कानून व्यवस्था को केवल एक अधिकारी द्वारा कंट्रोल करने थोड़ा मुश्किल होता है। उसी को सरल बनाने के लिए राज्य सरकार डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (DM) को नियुक्त करती है जिससे सीओ का कार्य थोड़ा आसान हो जाये।
CO का अन्य फुल फॉर्म
जिस प्रकार पुलिस क्षेत्र में सीओ का फुल फॉर्म “Circle Officer” होता है उसी प्रकार अलग अलग क्षेत्रो में सीओ का फूल फॉर्म अलग होता है। जैसे- मेडिकल क्षेत्र, टेक्नलॉजी क्षेत्र, कंप्यूटर क्षेत्र आदि सीओ का और भी फुल फॉर्म नीचे बताया गया है आप देख सकते है।
Cardiac Output ‘कार्डियक आउटपुट’
Cargo Operations ‘कार्गो संचालन’
Carbon Monoxide ‘कार्बन मोनोऑक्साइड’
Capital Outlay ‘पूँजी परिव्यय’
Certified Orthotist ‘प्रमाणित ऑर्थोटिस्ट’
Central Office ‘केंद्रीय कार्यालय’
Check Out ‘चेक आउट’
Charge off ‘आवेश बंद’
City Ordinance ‘शहर का अध्यादेश’
Commanding Officer ‘कमांडिंग आफिसर’
Corrections Officer ‘सुधार अधिकारी’
Commissioner’s Officer ‘कमिश्नर का अधिकारी’
Contracting Officer ‘ठेका अधिकारी’
Corrections Officer ‘सुधार अधिकारी’
Contracting Officer ‘संविदा अधिकारी’
Community Organizers ‘सामुदायिक आयोजक’
Crematory Operator ‘शवदाह संचालक’
Customization Operator ‘अनुकूलन ऑपरेटर’
सीओ अधिकारी के कार्य
- सीओ का प्रमुख कार्य होता है कि पूरे अंचल या अनुमंडल का देखभाल करना होता है।
- सीओ के पास अपने इच्छा अनुसार कार्य कराने की क्षमता होता है जिससे अपने दायरे में कार्य को अपने सूज-बुझ से करें।
- सीओ अधिकारी अपने दायरे के प्रशासन व्यवस्था सही रूप से बनाये रखता है।
- अलग अलग क्षेत्रो में सीओ का कार्य अलग हो सकता है एक निश्चित क्षेत्र में एक ही सीओ अधिकारी होता है।
- जब सरकार द्वारा किसी क्षेत्र को विकाश करने के लिए जो राशि दी जाती है उसे सीओ ही सही रूप से विकाश करने का निर्णय लेता है।
इसके अलावा सीओ का ओर भी कार्य हो सकता है कभी कभी ऐसा होता हैं कि क्षेत्र में एक सीओ द्वारा कार्य करने में काफी परेशानी होती है इसलिए सरकारी सीओ को मदद के लिए दूसरे अधिकारी को नियुक्त करते है।
जो अन्य कार्य मे सहियोग देते है जैसे- डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (DM), पुलिस अधिकारी, नगर निगम अधिकारी आदि सभी अधिकारी अपने अपने पद के अनुसार अलग अलग कार्य संभालते है।
CO ऑफिसर कैसे बने?
भारत मे सभी प्रकार के सरकारी नौकरी के लिए कुछ न कुछ योग्यता अनिवार्य होता है। वैसे ही सीओ बनने के लिए 10+2 होना अनिवार्य है और अगर आप ग्रेजुएट है तो सीओ बनने के लिए थोड़ा आसानी और भी हो जाएगी ऐसा कोई अनिवार्य नही है कि आप ग्रेजुएट ही करें। फिर प्रजातीय सिविल सेवा की परीक्षा में पास होना पड़ेगा उसके बाद ही सीओ ऑफिसर का एग्जाम दे सकते है।
अगर अपने सीओ का एग्जाम में पास करने बाद कुछ और भी प्रक्रिया है जो नीचे दिया गया है।
- पहली प्रक्रिया में सीओ का परीक्षा में अच्छे अंक से पास होना अनिवार्य है।
- दूसरी प्रक्रिया में सर्कल औफिसर के परीक्षा के बाद उम्मीदवार को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है जिसमे कुछ मौखिक सवाल पूछे जाते है।
- उमीदवार का इंटरव्यू में पास होने के बाद तीसरी प्रक्रिया में राज्य स्तर पर मैरिट लिस्ट निकली जाती है और मैरिट के अनुसार सीओ का चरन किया जाता है।
- मैरिट लिस्ट में पास होने के बाद उमीदवार को सीओ पद के लिए उम्मीदवार को किसी निश्चित क्षेत्र के लिए सीओ नियुक्त किये जाते है।
CO बनने के लिए योग्यता
- सबसे पहले आप एक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- आपका उम्र कम से कम 18 वर्ष और ज्यादे से ज्यादे 30 वर्ष होना चाहिये।
- सीओ बनने के लिए किसी भी मान्यता विश्विद्यालय में स्नातक (Graduation) पास होनी चाहिएं उसके बाद ही आप सीओ पद के लिए आवेदन दे सकते है।
- इसके अलावा अगर सीओ से संबंधित और भी जानकरी लेने के लिये आप Circle Officer की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते है।
सीओ का वेतन (CO Salary)
अगर सीओ अधिकारी के सैलरी की बात करें तो कोई निश्चित नही है प्रत्येक महीने 9300 – 34800 रुपये तक दिए जाते है इसके अलावा प्रत्येक ग्रेड पर 5000 रुपये दिए जाते है और कई सारे अन्य सुविधाएं भी दिए जाते है।
सीओ का आयु सीमा (CO Age)
सीओ अधिकारी बनने के लिए आयु सीमा के बारे में जानना भी जरूरी बात है सीओ का बनने का न्यूनतम आयु 21 वर्ष व अधिकतम आयु 44 वर्ष होना जरूरी है लेकिन अगर कोई उमीदवार आरक्षित श्रेणी में होता है तो सरकार की तरफ से उसे एक्स्ट्रा छूट भी दिए जाते है।
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