आज आपको हम बताएंगे कि ताज महल किसने बनवाया था? और कब बनवाया इसके अलावा ताजमहल से जुड़ी सारी जानकारी प्राप्त करेंगे दुनिया का 7 अजूबो का नाम सुनते ही उनमे सामिल सबसे खुबसूरत इमारतों में एक भारत का मसहुर इमारत ताजमहल का तस्वीर हमारी आँखों पर उभर आता है इसे मुग़ल बादशाह शाहजहाँ ने अपनी बेगम मुमताज महल के याद में बनवाया था।
सायद इसी कारण पुरे संसार में प्रेमी जोड़ो के द्वारा प्यार के अद्भुत मिसाल के तौर पर देखा जाता है भारत के आगरा शहर में स्थित दुनिया का धरोहर मकबरा हैं जिसे हम ताजमहल के नाम से जानते हैं ताजमहल एक भारत का एतिहासिक पर्यटल स्थल है जहाँ देश- विदेश से लगभग 20 से 40 लाख लोग प्रत्येक वर्ष यहाँ आते है जिसमें 20 लाख से भी ज्यादा विदेशी होते है।
आगरा के ताजमहल घूमने के लिए अधिक्तर पर्यटक फरवरी, अक्टूबर, नवंबर में आते है आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस स्मारक के आस-पास प्रदूषण फैलाते वाहन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है यहां अधिक्तर पर्यटक पैदल घूमते है।
इस अद्भुत इमारत ताजमहल के बारे में अधिक्तर प्रश्न पूछे जाते है कि ताज महल किसने बनवाया था और कब अगर आपके इसमे बारे में विस्तार प्रूवक जानकारी चाहिए तो पोस्ट को बने रहे ताजमहल से जुड़ी 10 ऐसे आश्चर्य जनक बातों के बारे में बताया है जिन्हें बहुत ही कम लोग जानते है।
ताज महल किसने बनवाया था?
ताज महल को पांचवे मुगल बादशाह शाहजहाँ ने अपनी प्रिय बेगम मुमताज के लिए बनवाया गया था।
ताजमहल को शाहजहाँ ने अपनी प्रिय पत्नी मुमताज की मृत्यु 17 जून 1631 को हुई थी मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मौत के कारण मातम माना रहे थे उनके दिमाग़ में कुछ ऐसा अजीब ख्याल आया वह अपनी बेगम मुमताज से प्रेम दर्शाने को एक भब्य इमारत ताजमहल बनाई।
यह इमारत भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में यमुना नदी के दक्षिणी किनारे पर स्थिर है जब उसकी पत्नी की मृत्यु हुई तब वो उसकी 14 वी संतान को जन्म दे रही थी जिसका नाम गौहर बेगम था ताजमहल का निर्माण 1632 में शुरू हुआ और इसका मकबरा सन 1643 में पूरा हुआ।
जबकि आसपास की इमारतो और बगीचे को बनने में दस साल बाद तक पूरा किया गया था इसमें स्वय शाहजहाँ का मकबरा भी है साथ ही शाहजहाँ की अन्य पत्नियों और यहाँ तक की उसके पसंदीदा नौकर को भी ताजमहल के बाहर मकबरों में दफनाया गया है ताजमहल के परिसर में एक मस्जिद और एक गेस्ट हाउस भी है
ताजमहल का निर्माण आर्किटेक्ट उस्ताद अहमद लाहौरी के मार्ग दर्शन से 20,000 से अधिक कारीगरों द्वारा बनाया गया था उस्ताद अहमद लाहौरी जो ताजमहल के मुख्य वास्तुकार थे वो भारत के नहीं थे बल्कि वह ईरान के फ़ार्सी थे इसके निर्माण समर्ग्री के परिवहन के लिए 1000 से अधिक हाथियों का उपयोग किया गया था।
ताजमहल को बनाने के लिए सामान कई जगह से मंगवाया गया था जैसे कि, सफ़ेद संगमरमर को मकराना राजस्थान से ,जैस्पर को पंजाब से ,जेड और क्रिस्टल को चीन से ,फिरोजा को तिब्बत से , लापीस लजूली को अफगानिस्तान से, नीलम को श्रीलंका से और करेलियम को अरब से लाया गया था इसमें 28 प्रकार के कीमती और अर्द्ध कीमती पत्थरो को सफ़ेद संगमरमर में जड़ा हुआ था।
जिनको ब्रिटिश सैनिको ने 1857 में सिपाही विद्रोह के दौरान ताजमहल के दीवारों से निकाल लिया गया था निर्माण स्थल पर संगमरमर और सामग्रीयों को ले जाने के लिए 15 किलोमीटर यानि (9.3 मील) की दुरी पर तैम्पेड-अर्थ बनाया गया था जो की बीस या तीस बैलो की टीमो ने विशेष रूप से निर्मित वैगनों पस्त ब्लाको को खीचता था।
ताजमहल के पूरा होने के बाद शाहजहाँ को 1658 में उसके बेटो औरन्जेब ने कैद कर लिया था उसके बाद शाहजहाँ अपने अंतिम आठ वर्षो तक ताजमहल को अपनी खिड़की से देखते रहे थे।
ताज महल का निर्माण कब हुआ था?
ताजमहल का निर्माण सन 1632-1653 के बीच हुआ था उस वक्त आज के समय के जैसे तकनीक नही था इसी के वजह से इतना ज्यादा वक्त लगा था लेकिन इस इमारत को देखने के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि इसे काफी निचिंत और सब्र से बनाया गया है इसी के वजह से देश विदेश से जहां हर साल लाखों पर्यटक घूमने आते है और एक इमारत को देखकर आह भरते है।
ताज महल के बारे में 10 महत्वपूर्ण तथ्य
आप अब ताजमहल किसने बनवाया और कब इसके बारे में पूरी जानकारी मिल गयी होगी अब आइये भारत के इस भब्य इमारतों में से एक इमारत ताजमहल के बारे में कुछ अनोखी बातों को जानते है।
- ताजमहल क़ुतुब मीनार से भी लम्बा है जो क़ुतुब मीनार की लम्बाई 72.5 मीटर है और जो ताजमहल की लम्बाई है 73 मीटर है जो क़ुतुब मीनार से ताजमहल लम्बा है।
- ताजमहल के आस-पास के चार मीनारों का निर्माण मुख्य संरचना के सामान्य से अधिक दूर किया गया था मीनारे सीधे खड़े होने के वजाय थोडा बहार की और झुकी हुई है क्योकि अगर कभी भूकंप या किसी अन्य कारण से कोई मीनार गिरती है तो यह बाहर की तरफ गिरे ताकि मुख्य भाग को नुकसान न हो।
- आगरा ताजमहल के लिए वास्तविक स्थल नहीं था इससे पहले ताजमहल बुरहानपुर (मध्य प्रदेश) में बनाया जाने वाला था जहां मुमताज की मृत्यु बच्चे के जन्म के दौरान हुई थी लेकिन दुर्भाग्य से बुरहानपुर प्रयाप्त रूप से सफ़ेद संगमरमर की आपूर्ति नहीं हो सका इसलिए आगरा में ताजमहल के निर्माण के लिए अंतिम निर्णय लिया गया शाहजहाँ ने महाराजा जय सिंह को जमीन के बदले में आगरा के केंद्र में एक बड़ा महल भेट किया था।
- ताजमहल को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) द्वारा छुपाया गया था यह एक विशाल मचान के साथ कवर किया गया था जिससे यह बांस के भंडारण जैसा देखने में प्रतीत होता है बाद में एक बार फिर इसे 1971 में भारत और पाकिस्तान युद्ध के दौरान छुपाया गया था ऐसा एक लिया किया गया था ताकि दुसरे देश के वायु सेना इसे पहचान कर नस्ट न करदे।
- 2008 में एक बंगलादेशी फिल्म निर्माता ने 56 मिलियन यानि (5 करोड़ 60 लाख) अमेरिकी डॉलर की लागत से ताजमहल की प्रतिकृति का निर्माण किया ताकि बंगलादेश में उनके गरीब देशवासी भारत की यात्रा किए बिना प्रसिद्ध स्मारक का आनंद ले सके प्रतिकृति को आधुनिक उपकरणों के साथ पूरा करने में पांच साल लग गए।
- अपने कभी न कभी जरुर सुना होगा की शाहजहाँ ने ताजमहल निर्माण होने के बाद कलाकारों और वास्तुकारों के हाथ कट दिए थे ताकि वे कभी एस तरह के खुबसूरत करतब को न दोहरा सके ये महज एक मिध्य है और अभी तक इस बात का कोई ठोस सबूत नही मिला है।
- शाहजहाँ ने ताजमहल के सामने मेहताब गार्डेन में काले रंग में दूसरा ताजमहल बनवाना चाहते थे जो दिखने में एकदम ताजमहल के जैसा हो काला ताजमहल शाहजहाँ अपने मक्बरेके लिए बनाना चाहता था हालांकि अभी तक एस बात का कोई वास्तविक साबुत नहीं मिला है।
- कहा जाता है की ताजमहल का परिसर 1653 में लगभग 32 मिलियन यानि 3 करोड़ 20 लाख रूपए को लागत से पूरा हुआ था जो 2020 में लगभग 70 बिलयन डॉलर यानि 7 हजार करोड़ का था।
- ताजमहल को 1983 में यूनेस्को विश्र्व धरोहर स्थल में शमिल किया गया था ताजमहल को देखने के लिए लगभग 7-8 मिलियन पर्यटक हर साल आते है भारतीय पर्यटकों के लिए ताजमहल प्रवेश टिकट 45 रूपए सार्क देशो के नागरिको के लिए 535 रूपए और विदेशी नागरिको के लिए 1050 रूपए और 15 वर्ष के कम उम्र के बच्चो के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता है
- ताजमहल कई मायनो में एक अ जूबा है इसका रंग आकाश की स्थिति के अनुसार बदलता रहता है यह सुबह में गुलाबी देखता है , दिन की धुप में सफ़ेद और रात में हल्का नीला दिखता है।
FAQ
Q : ताजमहल को किसने बनाया और कब बनाया था?
Ans : ताजमहल को पांचवे मुगल बादशाह शाहजहाँ ने आदेश पर सन 1632-1653 के बीच उस्ताद अहमद लाहौरी ठीकेदार द्वारा बनाया गया था जिसके नेतृत्व में छोटे बड़े सभी को मिलकर 22,000 मजदूरों ने कार्य किया था।
Q : ताजमहल कहाँ पर है?
Ans : ताजमहल भारत के उत्तरप्रदेश राज्य के आगरा जिले में स्थित है।
Q : ताजमहल में कितने कमरे है?
Ans : ताजमहल में लगभग 22,000 कमरे है जिसमे 1000 कमरे गुप्त है।
Q : ताजमहल में किसकी कब्र है?
Ans : ताजमहल में शाहजहाँ की बेगम मुमताज की कब्र है।
Q : ताजमहल बनाने में कितना रुपया लगा था?
Ans : सन 1632 में ताजमहल को बनाने में लगभग 32 मिलियन रूपये ख़र्च हुए थे।
Q : ताजमहल का टिकट कितने रुपये का है?
Ans : वर्तमान समय मे ताजमहल घूमने के लिए भारतीय पर्यटकों का शुल्क 50 रुपये और विदेशी पर्यटकों का शुल्क 1100 रुपये है इसके अलावा शाहजहाँ की प्रिय बेगम मुमताज का कब्र देखने के लिए 200 रुपये अतिरिक्त देना होता है।
Q : ताजमहल पहले कहाँ बनने वाला था?
Ans : हमारी इतिहास से पता चलता है कि ताजमहल का निर्माण पहले बुरहानपुर में ताप्ती के किनारे एक स्थान चुना गया था लेकिन मिट्टी में दीमक होने के वजह से यह योजना आगे नहीं बढ़ सकी क्योंकि ताजमहल की नींव में इस्तेमाल होने वाली लकड़ी को दीमक से खतरा था इसी वजह से यमुना किनारे ताजमहल का निर्माण कराया गया।