Anopcharik Patra in Hindi : यहाँ आपके लिए अनौपचारिक पत्र लेखन के कुछ नमूने लिखे जो परीक्षाओ में पूछे जाते है।
अगर आपको शिक्षा से तालुक है तो आपको पता ही होगा की पत्र लेखन हमारे पढाई में कितना महत्वपूर्ण भाग है इस लेख में आपको अनौपचारिक पत्र के बारे में जानकारी देंगे जो आपके लिए पढाई में काफी सहायक साबित होगा।
अनौपचारिक पत्र क्या है?
जिस पत्र को हम अपने रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों को जैसे, पापा, माँ, चाचा, दादा, बहन, मित्र इत्यादि उन्हें अनौपचारिक पत्र कहते है।
अनौपचारिक पत्र के भेद
जैसा की हमने पहले ही बताया था अनौपचारिक पत्र अपने रिश्तेदारों और परिवार वालो के लिए लिखा जाता है इसके अनेको प्रकार है जिसका नाम निम्नलिखित है।
- सुझाव/सलाह पत्र
- बधाई पत्र
- शुभकामना पत्र
- नाराजगी/खेद पत्र
- अनुमति पत्र
- निवेदन पत्र
- आभार प्रदर्शन पत्र
- निमंत्रण पत्र
- क्षमायाचना एवं आश्वासन संबंधी पत्र
- अभिवादन पत्र
- सप्रेम पत्र
1. माध्यमिक परीक्षा पास करने के बाद आप क्या करना चाहते हैं बतलाते हुए अपने पिताजी को एक पत्र लिखें ।
पार्क रोड
जमशेदपुर
20 दिसंबर, 20…
आदरणीय पिताजी,
आपका पत्र मिला और उसे पढ़कर बड़ी खुशी हुई। अपने पत्र के द्वारा आपने यह जानना चाहा है कि सेकण्ड्री स्कूल परीक्षा पास करने के बाद मैं क्या करना चाहता हूँ। आपका विदित है कि मेरी परीक्षा निकट है। मैं परीक्षा के लिए रात-दिन परिश्रम कर रहा हूँ। यदि सबकुछ ठीक रहा, तो प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हो जाऊँगा ।
परीक्षा पास करने के बाद मैं प्रांत के अच्छे महाविद्यालयों में से किसी एक में नामांकन कराना चाहता हूँ। मैंने सेकेण्ड्री स्तर पर जीव-विज्ञान ले रखा है। मैं डॉक्टर बनना चाहता हूँ। लेकिन, इसके लिए मुझे आई०एससी० अच्छी श्रेणी में उत्तीर्ण करना होगा।
इसलिए मैं समझता हूँ कि आई०एससी० वैसे महाविद्यालय से करना उचित होगा जहाँ अच्छा एवं सुसज्जित प्रयोगशाला हो। महाविद्यालय के विद्वान शिक्षकगण अच्छा करने में मेरा मार्गदर्शन करेंगे।
शुभकामनाओं के साथ आपका प्यारा, विकाश
2. एक सुन्दर तोहफा जन्मदिन पर देने के लिए अपने चाचा को धन्यवाद देते हुए एक पत्र लिखें।
बंजारी हील,
हैदराबाद
18 जनवरी, 20…….
मेरे प्रिय चाचाजी,
मेरे जन्मदिन पर तोहफा के रूप में एक सुन्दर रेडियो मुझे देने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद आपके खूबसूरत तोहफा को पाकर मैं रोमांचित हो गया । यह न केवल महँगा, बल्कि बहुत ही खूबसूरत भी है।
मेरे दोस्त लोग बहुत खुश होंगे जब मैं उन्हें बताऊंगा कि यह तोहफा मेरे चाचाजी ने मेरे जन्मदिन पर दिया है। लेकिन मैं • अधिक खुश होता यदि आप स्वयं उपस्थित होते। उस अवसर पर आपको अनुपस्थिति ने मुझे दुःखी किया ।
आपका यह तोहफा मेरे लिए अप्रत्याशित खुशी लाया, क्योंकि बहुत लम्बे अर्से से मेरी तमन्ना थी कि मेरा अपना एक रेडियो हो । अब मेरी शाम अच्छी गुजरेगी। अब में निर्धारित समाचारों एवं अन्य शैक्षणिक कार्यक्रमों को सुन सकूंगा। आशा करता हूँ कि आप पूर्ण स्वस्थ होंगे, मेरे प्रिय चाचाजी।
आपका प्रिय भतीजा,
मनीष
3. अपने छोटे भाई को एक पत्र लिखिए जो अपना समय बर्बाद कर रहा है और अपने अध्ययन के प्रति सचेत नहीं है।
ब्याँज हॉस्टल,
आजाद नगर, कानपुर
2 जनवरी, 20…….
प्रिय रूपेश,
पिताजी का एक पत्र मुझे मिला। मैं उसमें लिखित बातों से बहुत दुःख हूँ। अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि तुम गलत संगति में चले गये हो तुम अपना समय बर्बाद कर रहे हो। तुम अपनी पढ़ाई के प्रति सचेत नहीं हो। जब मैं पिछली बार घर आया था तो तुम्हें कठिन परिश्रम करने की सलाह दी थी।
लेकिन तुमने मेरी सलाह पर ध्यान नहीं दिया । तुमने अपनी पढ़ाई को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है। तुम्हें नहीं मालूम कि समय कितना मूल्यवान है। यदि तुम इस तरह से अपनी पढ़ाई को नजरअंदाज करोगे, तो बाद में तुम्हें दुःख होगा। गुजरा वक्त कभी वापस नहीं आता। तुम्हारे आचरण से पूरा परिवार दुःखी है
अतः मैं तुम्हें सलाह देना चाहता हूँ कि तुम अपने रास्तों को सुधार लो। एक अच्छे लड़का की तरह अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो। आशा करता हूँ कि तुम मेरी सलाह पर ध्यान दोगे।
शुभकामनाओं के साथ-
तुम्हारा प्रिय भाई,
रोहित
4. वार्षिक परीक्षा में सफलता पाने पर बधाई देते हुए अपनी छोटी बहन को एक पत्र लिखिए।
A-20, विकासपुरी, भोपाल
4 जनवरी, 20…
प्रिय रुची,
अभी-अभी मुझे माँ का एक पत्र प्राप्त हुआ है। उसकी बातों को पढ़कर मैं बहुत खुश हूँ। उसने अपने पत्र में लिखा है कि तुमने स्कूल की वार्षिक परीक्षा में अपने वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त की हो।
तुम्हारा परीक्षा परिणाम दर्शाता है कि तुम अपने अध्ययन के प्रति कितने जागरूक हो सच्ची मेहनत कभी बेकार नहीं जाती । तुम्हारी सफलता पर मैं तुम्हें हार्दिक बधाई देता हूँ। मैं आशा करता हूँ कि तुम अपनी अंतिम बोर्ड परीक्षा में भी सर्वोत्तम करोगी।
माँ एवं पिताजी को मेरा सादर प्रणाम बोल देना।
तुम्हारा प्रिय बड़ा भाई,
रणधीर
5. अपने विद्यालय में मनाये गये करते हुए अपने भाई को एक पत्र लिखिए।
आनन्द बिहार, दिल्ली
17 अगस्त, 20..
प्रिय सलीम
बहुत दिनों तुम्हारा कोई पत्र मुझे नहीं मिला। मुझे बेहद अफसोस है। मैं अपने विद्यालयको में व्यस्त था में सहूँ कि जानना चाहोगे में स्वतंत्रता दिवस किस तरह से मनाया।
स्वतंत्रता दिवस के दिन विद्यार्थियों के सभी भी परिसर में एकचित हो गये । विद्यालय के प्राचार्य ने राष्ट्रीय को राष्ट्र 4 गाया। एन.सी.सी. के लड़कों ने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। प्राचार्य एवं कुछ विद्यार्थी भी इस अवसर पर स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर प्रकाश डाले अंत में विद्यार्थियों के बीच मिठाइयाँ वितरित की गई।
शिक्षकों को विशेष पैकेट दिए गए। तीन घंटे के लिए हमने एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। इस तरह बड़े उत्साह के साथ हमने स्वतंत्रता दिवस मनाया।
सस्नेह
तुम्हारा प्यारा भाई,
करीम
6. अपने जन्मदिन पर आमंत्रित करते हुए अपने मित्र को एक पत्र लिखिए।
प्रेम-कुंज,
इलाहाबाद
जनवरी 20..
प्रिय सतीश,
15 जनवरी मेरे लिए एक विशिष्ट दिन है। यह मेरा दिन है। इसलिए तेरे लिए भी विशिष्ट है। मैं तुम्हें एक सप्ताह पहले सूचित कर रहा हूँ। तुम्हें उद अपना अन्य सभी कार्यक्रम स्थगित रखना है, यदि कोई हो तुम मेरे निवास पर जल्दी हो आ जाना ।
अन्य साथियों के साथ मिलकर आनन्द मनाने की हम बनायेंगे। मेरे पिताजी कुछ संगीत का कार्यक्रम भी रखे हैं। यहाँ इस अवसर पर तुम्हें अपनी पसंद के खाने की वस्तुएँ भी मिलेंगी अपने पिताजी एवं माँ को मेरा प्रणाम बोल देना।
तुम्हारी,
प्रियंका
7. एक ऐतिहासिक स्थल की सैर का वर्णन करते हुए अपनी माँ को एक पत्र लिखें।
गोरखपुर
10 जनवरी, 20……
मेरी प्रिय माँ,
मुझे अभी-अभी तुम्हारा पत्र मिला है। तुमने मेरे ऐतिहासिक स्थल की सैर के बारे में जानना चाहा है, जिसके विषय में मैंने अपने पिछले पत्र में तुम्हें लिखा था इसलिए मैं उसका विवरण दे रहा हूँ।
पिछले सप्ताह मैंने अपने मित्रों के साथ लाल किला को सैर की। तुम अच्छी तरह जानती हो कि लाल किला मुगल काल के गौरव को दर्शाता है। आज भी स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अवसर पर इसके शिखर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। हमारे प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति इसके शिखर से राष्ट्र को सम्बोधित करते हैं।
जैसे ही हमलोग किला में प्रवेश किये, हमने अनेक दृश्यों को देखा, जो मुगल काल के गौरव को दर्शा रहे थे। किला के अन्दर एक तारामंडल भी है। हमलोग टिकट लेकर तारामंडल के अन्दर गये। विभिन्न ग्रहों की गति को देखकर हम आश्चर्यचकित थे।
हमलोग किला के अन्दर चारों तरफ घूमे और आनन्द लिये हमने अस्त्र-शस्त्र, des बैठकखाना, सभागार और भोजन कक्ष को देखा। सबकुछ मुगल काल की व्यवस्था और शौर्य को दर्शा रहे थे। लाल किला वास्तव में अविस्मरणीय स्थल है।
तुम्हारा प्यारा पुत्र,
राहुल
8. अपनी दिनचर्या का वर्णन करते हुए अपने पिता को एक पत्र लिखिए।
स्कूल छात्रावास
15 जनवरी, 20…….
पूज्य पिताजी,
मैं आपका पत्र पाया और उसे पढ़कर खुशी हुई। आपने अपने पत्र में मेरे दिनचर्या को जानना चाहा है। इसलिए मैं उसे नीचे दे रहा हूँ। मैं आपको बताना चाहूँगा कि मैं सुबह 5 बजे जगता हूँ। अपनी नित्य क्रिया से निवृत्त होता हूँ। मैं स्नान करता हूँ। तब मैं सुबह का नास्ता करता हूँ।
उसके बाद अपनी पुस्तकों को लेकर स्कूल कार्य को तैयार करता हूँ स्कूल जाने का समय हो जाता है। मैं भोजन करता हूँ और स्कूल चला जाता हूँ। जब मैं होस्टल वापस आता हूँ, तो कुछ नास्ता करता हूँ। तब मैं खेलने जाता हूँ। खेल के मैदान से वापस आकर पढ़ने बैठता हूँ रात्रि 9 बजे भोजन करता हूँ और सो जाता हूँ। आशा है आपको मेरी दिनचर्या पसंद आयेगी ।
आपका प्यारा पुत्र,
मुकेश
9. एक भारतीय त्योहार का वर्णन करते हुए न्यूयार्क में अपने मित्र को एक पत्र लिखिए।
आनन्द विहार, दिल्ली
15 जनवरी, 20…..
प्रिय जॉन,
तुम्हें अच्छी तरह मालूम है कि भारत त्योहारों का देश है। विभिन्न समुदायों के विभिन्न स्पोहार हैं। हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई और सिक्ख सब के अपने- अपने त्योहार है। मैं तुम्हें एक अति लोकप्रिय भारतीय त्योहार दुर्गापूजा के विषय में बतला रहा हूँ।
दुर्गापूजा एक महत्त्वपूर्ण और लोकप्रिय त्योहार है। इसे उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार देवी दुर्गा के सम्मान में मनाया जाता है। उस शक्ति की देवी माना जाता है। इस अवसर पर पंडालों में देवी की प्रतिमाएँ लागयी जाती हैं। भव्य सजावटें की जाती हैं। भक्तजन देवी की पूजा करते हैं।
यह आयोजन दस दिनों तक चलता है। अंतिम तीन दिन अति उत्साह से मनाया जाता है। स्त्री, पुरुष एवं बच्चे तथा सभी उम्र के लोग इस त्योहार का आनंद लेते हैं। देवी की प्रतिमाएँ नदी अथवा तलाब में विसर्जित कर दी जाती हैं और त्योहार समाप्त हो जाता है ।
तुम्हारा विश्वासी,
प्रवीण
10. अपनी बहन के विवाह में शामिल होने के लिए निमंत्रण देते हुए अपने मित्र को एक पत्र लिखें।
वाराणसी, उत्तर प्रदेश,
20 जनवरी, 20……
प्रिय सतीश
तुम यह जानकर खुश होओगे कि मेरी बहन सुनीता की शादी 4 फरवरी, 20… को घर पर ही राजीव से हो रही है। तुम्हारी जानकारी के लिए लड़का एक इंजीनियर है और पूणे में पदस्थापित है। उसका सम्बन्ध इलाहाबाद के एक अच्छे परिवार से है.
मैं तुम्हें अपने परिवार में शादी के इस समारोह में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित करता हूँ। मैं आशा करता हूँ कि तुम इस अवसर पर हमलोगों के साथ रहोगे। 12. W मुझे खुशी होगी यदि तुम दो-तीन दिन पहले पहुँचते हो और व्यवस्था करने में हमारी मदद करते हो ।
तुम्हारा प्रिय मित्र,
अनुराग
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